सदर अस्पताल सिमडेगा में कार्यक्रम आयोजित कर बांटे गए पोषण किट

सिमडेगा:सिमडेगा को टीबी मुक्त जिला बनाने के लिए जिला प्रशासन के साथ जिले के समाज सेवी भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। सबका एक हीं प्रयास है कि सिमडेगा को 2025 तक टीबी मुक्त जिला बनाना है। सिमडेगा सदर अस्पताल, परिसर में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत पोषण किट वितरण कार्यक्रम आयोजन किया गया। जिसमें जिले के समाजसेवी भरत प्रसाद ने 340 टीबी मरीजों को गोद लेते हुए इन्हें पोषण किट प्रदान किया। कार्यक्रम की शुरुआत उपायुक्त, सिमडेगा अजय कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सौरभ, उप विकास आयुक्त संदीप कुमार दोराईबुरु और सिविल सर्जन, सिमडेगा डॉक्टर राम देव पासवान के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिले से 2025 तक टीबी को दूर भगाना है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को युद्ध स्तर पर अभियान चलाते हुए टीबी मरीजों के पहचान कराने का निर्देश दिया। उन्होंने ने कहा कि सिमडेगा में भरत प्रसाद जैसे समाज सेवी है, जो हर वक्त जिला प्रशासन के साथ कदम से कदम मिला कर जिले के विकास में अहम योगदान देते है। ऐसे समाज सेवी टीबी मुक्त सिमडेगा की दिशा में आगे बढ़ कर सहयोग देंगे तो निश्चित रूप से सिमडेगा 2025 तक टीबी मुक्त जिला बनेगा। पुलिस सिमडेगा ने कहा कि टीबी मरीजों से दूर नहीं भागें। टीबी मरीजों को सामाजिक सद्भाव के साथ सहियोग प्रधान करें। जिससे वे भी एक स्वास्थ्य जीवन व्यतीत कर सकें। टीबी को दूर भागने के लिए सहयोग का हाथ बढ़ाना है। जिले से जल्द टीबी को दूर भगाना है। सिविल सर्जन ने कार्यक्रम के बारे में बदलते हुए कहा कि आने वाले दिनों में घर-घर जाकर टीबी के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा और टीबी के मरीजों को चिह्नित कर उनका इलाज कराया जाएगा। इसके तहत सभी सहिया बहने डोर-टू-डोर जाकर कार्यक्रम की सफलता को लेकर लोगों को जागरूक करेगी। ताकि वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त हो सके। उन्होंने ने कहा कि दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी होना, सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ होना, शाम के दौरान बुखार का बढ़ जाना, सीने में तेज दर्द होना, अचानक से वजन का घटना, भूख में कमी आना, बलगम के साथ खून आना आदि टीवी के लक्षण हैं। रोकथाम के लिए टीबी का मुफ्त जांच, दवाएं, परामर्श सहायता, निक्षय पोषण योजना अंतगर्त सभी टीबी रोगी को उपचार अवधि में पोषण सहायता राशि 500 रुपये प्रतिमाह के दर से दिया जाएगा।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य संस्थाओं या व्यक्तिगत रूप से जिला, प्रखंड, पंचायत और टोला स्तर पर रोगियों को इलाज के दौरान गोद लेकर उनके टीबी मुक्त होने तक या कम से कम छह माह तक इलाज व पोषाहार देकर उन्हें टीबी मुक्त बनाना है।मौके पर उपायुक्त,सिमडेगा के द्वारा समाजसेवी भरत प्रसाद को शोल ओढ़कर सम्मानित किया। इसके बाद भारत प्रसाद द्वारा उपलब्ध कराए गए पोषण किट और फ्रूट टोकरी टीबी मरीजों के बीच वितरण किया गया।मौके पर सदर अस्पताल के डॉक्टर, प्रेस मीडिया कर्मियों एवं बड़ी संख्या में टीबी मरीज़ उपस्थित रहे।